26 January Kyu Manate Hai 2023 | 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) क्यों मनाया जाता है?

Republic day kyu manaya jata hai | 26 जनवरी क्यों मनाया जाता है | Republic Day 2023 | 26 January 2023 | 15 अगस्त और 26 जनवरी क्यों मनाते हैं | 26 January 1930 का महत्व बताइए | 26 January ko kya hua tha

हम सभी अपना Republic day 26 जनवरी को हर साल की तरह इस बार भी मनाने के लिए तैयार हैं। इस साल हम अपना 74वां गणतंत्र दिवस सेलिब्रेट करने जा रहे हैं। इस खास दिन के लिए देश की राजधानी दिल्ली सहित देश के हर कोने में ज़ोरो-शोरो से तैयारियां की जाती हैं।

स्कूल-कॉलेजों में इस दिन आयोजित होने वाले प्रोगाम के लिए बच्चे तैयारियों में जुट जाते हैं। इन सबके बीच क्या कभी आपके दिल में ये सवाल उठा है कि आखिर 26 January को ही हम ‘रिपब्लिक डे (Republic Day 2022) क्यों मनाते हैं? तो आइए जानते हैं।

26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) क्यों मनाया जाता है?

26 January Kyu Manate Hai

26 january Ko Kya Hua Tha

गणतंत्र दिवस (Republic Day) हर साल 26 जनवरी (26 January) को देशभर में बड़ी धूम से मनाया जाता है, क्योंकि 26 January 1950 के दिन ही सुबह 10.18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था। इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के साथ देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड होती है।

देश के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक Republic day के दिन देशवासी स्वतंत्रता सेनानियों व वीर योद्धाओं को स्मरण करते हैं। हर वर्ष इस दिन राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। रिपब्लिक डे पर देश में राष्ट्रीय अवकाश घोषित है। कई विद्यालयों व संस्थानों में इस दिन रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है।

Republic Day Kyu Manaya Jata Hai 2023

सन् 1948 के आरंभ में ही डॉ. बी.आर. अंबेदकर ने संविधान सभा में पहली बार संविधान की रूपरेखा प्रस्तुत की थी। इनमें कुछ संशोधनों के बाद नवंबर 1949 में इसे एक्सेप्ट कर लिया गया और 26 जनवरी, 1950 को संविधान पारित हुआ। तब से हर साल इस दिन भारत में Republic day मनाया जाता है। इस वर्ष देश अपना 74वां रिपब्लिक डे मनाने जा रहा है। बता दें कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान कहा जाता है।

भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 में भारत के संविधान को स्वीकार किया था, जबकि 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान पूरे देश में लागू हुआ था। यही वजह है कि हर साल 26 जनवरी को Republic day मनाया जाता है। 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि 26 January 1929 को अंग्रेजों की गुलामी के खिलाफ कांग्रेस ने ‘पूर्ण स्वराज’ का नारा दिया था। इसके बाद से ही इस दिन को चुना गया था।

डॉ० भीमराव आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि संविधान सभा के प्रमुख सदस्य थे।३. संविधान निर्माण में कुल 22 समितीयां थीं, जिसमें प्रारूप समिति (ड्राफ्टींग कमेटी) सबसे प्रमुख और महत्त्वपूर्ण समिति थी।

26 जनवरी क्यों मनाया जाता है

इस समिति का कार्य संपूर्ण ‘संविधान लिखना’ या ‘निर्माण करना’ था प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर थे। प्रारूप समिति ने और उसमें विशेष रूप से डॉ. आंबेडकर ने 2 साल, 11 महीने और 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान सुपूर्द किया।

आधिकारिक तौर पर सविंधान 26 जनवरी, सन 1950 को लागू हुआ था इस दिन को चुनने की मुख्य वजह लाहौर कांग्रेस अधिवेशन है। इस दिन यानी 26 January, 1929 को पहली बार पूर्ण गणराज्य का प्रस्ताव पेश किया गया था। इसके लिए ही 26 जनवरी के दिन भारतीय सविंधान को लागू किया गया और तब से इस दिन को Republic day के रूप में मनाया जाता है।

15 अगस्त और 26 जनवरी क्यों मनाते हैं?

भारत को आज़ादी मिलने के बाद संविधान सभा का गठन हुआ था। संविधान सभा ने अपना काम 9 दिसंबर 1946 से शुरू किया। दुनिया के इस सबसे बड़े लिखित संविधान को तैयार करने में 2 साल, 11 माह, 18 दिन लग गए थे। संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान सौंपा गया, इसलिए 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में हर साल मनाया जाता है।

26 जनवरी को देशभर में 74वां Republic day मनाया जा रहा है गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन साल 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि 26 January को मनाए जाने वाले Republic day को ‘स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाया जाता था।

26 जनवरी 1930 का महत्व बताइए

भारत को आजादी भले ही 15 अगस्त 1947 को मिली लेकिन 26 January 1950 को भारत पूर्ण गणराज्य बना। इसी दिन को पूरा भारत Republic day के रूप में मनाता है। संविधान 26 नवंबर 1949 में पूरी तरह तैयार हो चुका था लेकिन दो महीने इंतजार करने के बाद इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया था।

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संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी की तारीख को इसलिए चुना गया क्योंकि साल 1930 में 26 जनवरी को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में इंडियन नेशनल कांग्रेस ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ ‘पूर्ण स्वराज’ का ऐलान किया था। भारत के गणतंत्र की यात्रा कई सालों पुरानी है, जो 1930 में शुरू हुई थी। जिसके बाद सन 1930 से 15 अगस्त 1947 तक पूर्ण स्वराज दिवस यानी 26 January को ही स्वतत्रंता दिवस मनाया जाता था।

26 जनवरी (Republic Day) का निबंध

26 January1950 में इस दिन ही भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.18 बजे भारत एक गणतंत्र बना। इस के छह मिनट बाद 10.24 बजे डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इस दिन पहली बार बतौर राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद बग्गी पर बैठकर राष्ट्रपति भवन से निकले। इस दिन पहली बार उन्होंने भारतीय सैन्य बल की सलामी ली। पहली बार उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

गणतंत्र राष्‍ट्र के बारे में 31 दिसंबर 1929 को रात में भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस के लाहौर सत्र में विचार किया गया था. जिसके लिए एक बैठक आयोजित की गई थी। यह बैठक पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्‍यक्षता में आयोजि‍त की गई थी। इसी बैठक में हिस्सा लेने वाले लोगों ने पहले 26 January को “स्‍वतंत्रता दिवस” के रूप में मनाने की शपथ ली थी, जिससे कि ब्रिटिश राज से पूर्ण स्‍वतंत्रता के सपने को साकार किया जा सके।

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इसके बाद लाहौर सत्र में नागरिक अवज्ञा आंदोलन की रूपरेखा तैयार हुई और यह फैसला लिया गया कि 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्‍वराज दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। वहीं इसी दिन देश का झंडा फहराया गया और 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस मनाने की शपथ ली गई थी इसके लिए सभी क्रांतिकारियों और पार्टियों ने एकजुटता दिखाई थी।

26 January Kyu Manate Hai?

जहां भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया था. लेकिन जब 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान अस्तित्व में आया तब भारत को अपनी ताकत का अहसास हुआ। देश का संविधान 2 साल, 11 महीने और 17 दिन में तैयार किया गया था। ये कहना गलत नहीं होगा कि सही मायने में भारत को आजादी 26 जनवरी को ही मिली थी। जिसके बाद देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी को देशभर में गणतंत्र दिवस मनाने की घोषणा की।

26 January 2023 Republic Day Related FAQs

26 जनवरी क्यों मनाते हैं?

भारत को आजादी 26 जनवरी को ही मिली थी। जिसके बाद देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी को देशभर में गणतंत्र दिवस मनाने की घोषणा की।

26 जनवरी को झंडा क्यों फहराया जाता है?

भारत को आजादी भले ही 15 अगस्त 1947 को मिली लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत पूर्ण गणराज्य बना। इसी दिन को पूरा भारत गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है।

26 जनवरी 1950 में क्या हुआ था?

संविधान में संशोधनों के बाद नवंबर 1949 में इसे एक्सेप्ट कर लिया गया और 26 जनवरी, 1950 को संविधान पारित हुआ। तब से हर साल इस दिन भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।

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